संदेश....

बेटी बचाओ..बेटी पढाओ..हर एक माय माझी वाघिण झाली पाहिजे..ईथे तीथे राबाण्याऐवजी ती थेट शाळेत आली पाहीजे. बेटी है देश का कल..बेटी है देश का सम्मान..बेटी बचाओ..बेटी पढाओ..!!
मित्र हो,नमस्कार,ब्लाँग डेव्हलपिंगचे कार्य चालु आहे.लवकरच आपल्या सेवेत दाखल होईल..This Blog Is Under Construction..येथे प्रसिद्ध झालेली बरीच माहिती इंटरनेटवरून घेण्यात आली आहे.जर यातून कुणाच्या copyright हक्क कायद्याचे उल्लंघन होत असेल तर कृपया आम्हाला तात्काळ कळवावे अशा बाबी ब्लॉग या वरून त्वरित काढून टाकल्या जातील

सुविचार



सुविचार
---------------------------------------------------
दैनिक टाचणावर लिहीण्यासाठी 75 अनमोल
सुविचार


---------------------------------------------------
१) सुरुवात कशी झाली यावर बऱ्याच

घटनांचा शेवट अवलंबून असतो.
---------------------------------------------------
२) आयुष्यात भावनेपेक्षा कर्तव्य मोठे असते.

---------------------------------------------------
३) प्रार्थना म्हणजे मनाचं स्थान

---------------------------------------------------
४) जग प्रेमाने जिंकता येतं; शत्रुत्वाने नाही.

---------------------------------------------------
५) यश मिळवायचं असेल तर स्वत:च स्वत:वर काही

बंधन घाला.
---------------------------------------------------
६) प्रत्येकाच्या मनात एक आदर्श व्यक्ती असलीच

पाहिजे.
---------------------------------------------------
७) ज्याने स्वत:चं मन जिंकलं त्याने जग जिंकलं.

---------------------------------------------------
८) यश मिळवण्यासाठी सगळ्यात मोठी शक्ती-

आत्मविश्वास.
---------------------------------------------------
९) प्रतिकूलतेतही अनुकूलता निर्माण करतो तोच

खरा माणूस !
---------------------------------------------------
१०) चुकतो तो माणूस आणि चुका सुधारतो तो

देवमाणूस !
---------------------------------------------------
११) मित्र परिसासारखे असावेत म्हणजे आयुष्याचं

सोनं होतं.
---------------------------------------------------
१२) छंद आपल्याला आयुष्यावर प्रेम करायला

शिकवतात.
---------------------------------------------------
१३) आपण जे पेरतो तेच उगवतं.

---------------------------------------------------
१४) फ़ळाची अपेक्षा करुन सत्कर्म कधीच करु नये.

---------------------------------------------------
१५) उशीरा दिलेला न्याय हा न दिलेल्या

न्यायासारखा असतो.
---------------------------------------------------
१६) शरीराला आकार देणारा कुंभार म्हणजे व्यायाम.

---------------------------------------------------
१७) प्रेम सर्वांवर करा पण श्रध्दा फ़क्त परमेश्वरावरच
ठेवा.
---------------------------------------------------
१८) आधी विचार करा; मग कृती करा.
---------------------------------------------------
१९) आयुष्यत आई आणि वडील यांना कधीच विसरु

नका,
---------------------------------------------------
२०) फ़क्त स्वत:साठी जगलास तर मेलास आणि

स्वत:साठी जगून दुसऱ्यांसाठी जगलास तर जगलास !
---------------------------------------------------
२१) एकमेकांची प्रगती साधते ती खरी मैत्री.

---------------------------------------------------
२२) अतिथी देवो भव ॥

---------------------------------------------------
२३) अपयशाने खचू नका; अधिक जिद्दी व्हा.

---------------------------------------------------
२४) दु:ख कवटाळत बसू नका; ते विसरा आणि सदैव

हसत रहा.
---------------------------------------------------
२५) आपल्यामुळे दुसऱ्याला दु:ख होईल असे कधीही

वागू नका.
---------------------------------------------------
२६) निघून गेलेला क्षण कधीच परत आणता येत नाही.

---------------------------------------------------
२७) खऱ्या विद्यार्थ्याला कधीच सुट्टी नसते. सुट्टी

ही त्याच्यासाठी नवं काहीतरी शिकण्याची
संधी असते.
---------------------------------------------------
२८) उद्याचं काम आज करा आणि आजचं काम

आत्ताच करा.
---------------------------------------------------
२९) चुकीचा व्यवहार माणसं तोडतो म्हणून तो

सत्याने आणि सन्मानाने करा.
---------------------------------------------------
३०) नवं काहीतरी शिकण्यासाठी मिळालेला वेळ

म्हणजे सुट्टी.
---------------------------------------------------
३१) माणसाची चौथी मूलभूत गरज म्हण्जे पुस्तक.

---------------------------------------------------
३२) सत्याने मिळतं तेच टिकतं.

---------------------------------------------------
३३) जो दुसऱ्यांना देतो त्याला देव देतो.

---------------------------------------------------
३४) परमेश्वराच्या आशीर्वादाशिवाय कुठलेही

कार्य सिध्दीस जात नाही.
---------------------------------------------------
३५) हिंसा हे जगातलं सगळ्यात मोठं पाप आहे; मग

ती एखाद्या माणसाची असो वा पशुची !
---------------------------------------------------
३६) स्वप्न आणि सत्य यात साक्षात परमेश्वर उभा

असतो.
---------------------------------------------------
३७) प्राप्तीपेक्षा प्रयत्नांचा आनंद अधिक असतो.

---------------------------------------------------
३८) खरी श्रीमंती शरीराची, बुध्दीची आणि

मनाची
---------------------------------------------------
३९) तडजोड हे आयुष्याचं दुसरं नाव आहे.

---------------------------------------------------
४०) वाहतो तो झरा आणि थांबते ते डबकं !

डबक्यावर डास येतात आणि झऱ्यावर राजहंस !!
---------------------------------------------------
४१) जो गुरुला वंदन करत नाही; त्याला आभाळाची

उंची लाभत नाही.
---------------------------------------------------
४२) गर्वाचं घर नेहमीच खाली असतं.

---------------------------------------------------
४३) झाडावर प्रेम करणारा माणूस सदैव प्रसन्नच

असतो.
---------------------------------------------------
४४) माणसाचा सगळ्यात मोठा सदगुण म्हणजे

त्याची माणुसकी
---------------------------------------------------
४५) क्रांती हळूहळू घडते; एका क्षणात नाही.

---------------------------------------------------
४६) सहल म्हणजे माणसिक आनंदाची सामुहिक

क्रिडा
---------------------------------------------------
४७) मुक्या प्राण्यांवर सदैव प्रेम करा.

---------------------------------------------------
४८) आयुष्याच्या प्रवासात प्रवास अत्यावश्यक

आहे.
---------------------------------------------------
४९) बाह्यसौंदर्यापेक्षा अंतर्गत सौंदर्य जास्त

मोलाचं असतं.
---------------------------------------------------
५०) मनाची श्रीमंती ही कुठल्याही श्रीमंतीपेक्षा

मोठी असते.
---------------------------------------------------
५१) तुम्ही आयुष्यात किती माणसे जोडली यावरुन

तुमची श्रीमंती कळते.
---------------------------------------------------
५२) शिक्षक म्हणजे विद्यार्थ्याचा दुसरा पालकच.

---------------------------------------------------
५३) मनाचे दरवाजे नेहमी खुले ठेवा; ज्ञानाचा

प्रकाश कुठुन कधी येईल सांगता येत नाही.
---------------------------------------------------
५४) आपल्याला मदत करणाऱ्या माणसांशी नेहमी

कृतज्ञ रहा.
---------------------------------------------------
५५) एखाद्याला गुन्हेगार ठरविताना त्याच्या

जागी स्वत:ला ठेवून बघा.
---------------------------------------------------
५६) परीक्षा म्हणजे स्वत:च्या आत डोकावून

पाहण्याची संधी !
---------------------------------------------------
५७) खिडकी म्हणजे आकाश नसतं.

---------------------------------------------------
५८) जगण्यात मौज आहेच पण त्याहून अधिक मौज

फ़ुलण्यात आहे
---------------------------------------------------
५९) वाचन, मनन आणि लेखन म्हणजे अध्ययन.

---------------------------------------------------
६०) भाकरी आपल्याला जगवते आणि गुलाबाचं फ़ूल

कशासाठी जगायचं हे शिकवते.
---------------------------------------------------
६१) कविता म्हणजे भावनांचं चित्र!

---------------------------------------------------
६२) संभ्रमाच्या वेळी नेहमी आपल्या कर्तव्याला

प्राधान्य द्या.
---------------------------------------------------
६३) तुम्ही जेवढं इतरांना द्याल तेवढंच, किंबहुना

त्याच्या कित्येक पटीने देव तुम्हाला देईल.
---------------------------------------------------
६४) ज्याच्यामधे मानवता आहे तोच खरा मानव !

---------------------------------------------------
६५) स्वत:च्या स्वार्थासाठी दुसऱ्याचा वापर कधी

करु नका; आणि स्वत:चा वापर कुणाला करु देऊ
नका.
---------------------------------------------------
६६) अनुभवासारखा दुसरा गुरू नाही.

---------------------------------------------------
६७) तुलना करावी पण अवहेलना करू नये.

---------------------------------------------------
६८) समाधानी राहण्यातच आयुष्यातलं सगळ्यात

मोठं सुख आहे.
---------------------------------------------------
६९) आयुष्यातल्या कोणत्याही क्षणी क्रोधाचे

गुलाम बनू नका.
---------------------------------------------------
७०) मनात आणलं तर या जगात अश्यक्य असं काहीच

नाही.
---------------------------------------------------
७१) चेहरा हा आपल्या व्यक्तीमत्त्वाचा आरसा

असतो.
---------------------------------------------------
७२) व्यर्थ गोंष्टींची कारणे शोधू नका; आहे तो

परिणाम स्वीकारा.
---------------------------------------------------
७३) आवडतं तेच करू नका; जे करावं लागतं त्यात आवड

निर्माण करा.
---------------------------------------------------
७४) तुम्ही किती जगलात ह्यापेक्षा कसं जगलात

याला जास्त महत्त्व आहे.
---------------------------------------------------
७५) अश्रु येणं हे माणसाला ह्रदय असल्याचं द्योतक

आहे.
---------------------------------------------------

सूचना  
---------------------------------------------------
दैनिक टाचण वही वर लिहिण्या साठी वर दिलेले सुविचार आपणास  नक्की आवडले असतील च  आवडल्यास खाली Enter Your Comment या ठिकाणी  Comment Box मध्ये आपला अभिप्राय लिहून Publish करायला  विसरू नका ..




   ......धन्यवाद.....  

 Deep Education's World -9403063822


No comments:

Post a Comment